उत्तराखंड दैनिक समाचार :ब्यूरो
यूपीईएस रनवे इनक्यूबेटर ने IHUB – AWADH (कृषि और जल प्रौद्योगिकी विकास हब), आईआईटी रोपड़ के साथ एक मेमोरेंडम ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह माइलस्टोन अत्याधुनिक रिसर्च को आगे बढ़ाने और आंत्रप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने की उनकी साझेदारी में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करता है। यह स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप दोनो संस्थानों को एकजुट करती है, जिसकी मदद से दोनों संस्थान ज्ञान और इनोवेशन आगे बढ़ाने और एडवांस स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ाने के विज़न पे काम करेंगे।
एमओयू में अलग-अलग प्रमुख पहलुओं को शामिल किया गया है जो अकादमिक और आंत्रप्रेन्योरियल सेक्टर्स में सकारात्मक परिवर्तन/पॉजिटिव चेंज लाने के प्रति सामूहिक समर्पण को दिखता है। डिपार्टमेंट ऑफ़ साइंस (डीएसटी ) द्वारा स्थापित AWADH अपनी तरह का पहला इनोवेशन हब है जो कृषि, जल, IOT और ICPS (इंटरडिसिप्लिनरी साइबर-फिजिकल सिस्टम) के क्षेत्र में R&D का समर्थन करने के लिए है।
यह पार्टनरशिप उभरते हुए आंत्रप्रेन्योरियल विचार और बिज़नेस के भविष्य को आकार देगा। यह साझेदारी ग्रांट और इन्वेस्टमेंट के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जो नए विचारो के पोषण और विस्तार के प्रति इसके समर्पण को दिखता है। इसके अलावा, यह साझेदारी AWADH की मदद से यूपीईएस में एक अत्याधुनिक साइबर-फिजिकल सिस्टम (CPS) लैब की स्थापना में भी सहायता करेगी। यह अत्याधुनिक प्रयोगशाला न सिर्फ यूपीईएस बल्कि बाहरी संस्थानों के छात्रों, शोधकर्ताओं और स्टार्टअप्स के बीच सीपीएस कौशल को बढ़ावा देने के लिए एक केंद्र के रूप में काम करेगी और उत्तराखंड क्षेत्र में रिसर्च और इनोवेशन को भी बढ़ावा देगी। इसके अलावा, स्टार्टअप्स अपनी टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाने के लिए प्रयोगशाला के संसाधनों का लाभ उठाने में भी सक्षम होंगे।
रनवे इनक्यूबेटर के सीईओ श्री राहुल नैनवाल ने कहा, “हमारा लक्ष्य सहयोगात्मक रिसर्च की संस्कृति को आगे बढ़ाना, टेक्निकल इनोवेशन को बढ़ावा देना और छात्रों और स्टार्टअप दोनों के लिए एक अच्छा वातावरण प्रदान करना है। हम इस महत्वपूर्ण माइलस्टोन को प्राप्त करने के साथ हम प्रमुख क्षेत्रों में इनोवेशन/ नवीनता को बढ़ावा देने और एस्पाइरिंग आंत्रप्रेन्योर के लिए एक डायनामिक इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए उत्सुकता से तत्पर हैं। साथ मिलकर, हम एक सफल भविष्य की दिशा में रास्ता बनाते हुए नॉलेज और एप्लीकेशन के क्षेत्रों को जोड़ने का प्रयास करते हैं।”
श्री मुकेश केस्टवाल, चीफ इनोवेशन ऑफिसर, आईहब – अवध, आईआईटी रोपड़ ने कहा, “हम यूपीईएस रनवे इनक्यूबेटर के साथ सहयोग करके रोमांचित हैं। अपनी सम्मिलित सहयोग की शक्ति का उपयोग करते हुए, हम छात्रों, शोधकर्ताओं और आंत्रप्रेन्योर को अच्छी सहायता प्रदान करने, उन्हें अपने रेवोलुशनरी आइडियाज को जीवन में लाने के लिए और सशक्त बनाने के लिए कमिटेड हैं। यह एक ऐसे कम्युनिटी के निर्माण की दिशा में एक मजबूत कदम है जो इनोवेशन, क्रिएटिविटी और उज्जवल और बेहतर भविष्य के लिए काम करता है।
रनवे यूपीईएस काउंसिल फॉर इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (यूसीआईई) द्वारा एक इनक्यूबेशन पहल है। यूसीआईई को उत्तराखंड सरकार द्वारा एक बिजनेस इनक्यूबेटर के रूप में मान्यता दी गई है और यह यूनिवर्सिटी बिजनेस इनक्यूबेटर (यूबीआई) ग्लोबल प्लेटफॉर्म का सदस्य भी है। हाल ही में रनवे इनक्यूबेटर ने अपना वार्षिक ‘टेक ऑफ’ स्टार्टअप चैलेंज भी संपन्न किया। कम्पटीशन में सोशल इम्पैक्ट, हेल्थकेयर और बायोटेक, डी2सी, फिनटेक, मैन्युफैक्चरिंग, रोबोटिक्स, एआई, एमएल, फैशन एंड लाइफस्टाइल, एनर्जी एंड सस्टेनेबिलिटी और एड-टेक जैसे विभिन्न क्षेत्रों से 400 से अधिक महत्वाकांक्षी उद्यमियों ने भाग लिया।
आईहब – अवध स्प्रिंट (अनुसंधान नवाचार और अगली पीढ़ी के तकनीकी-व्यावसायीकरण के लिए रणनीतिक कार्यक्रम) और समृद्धि (बाजार, अनुसंधान, नवाचार और विकास के लिए रणनीतिक त्वरण: आईसीपीएस स्टार्टअप के लिए एक समग्र पहल) जैसी प्रमुख पहलों का नेतृत्व करता है। दोनों पहल हमारे देश में अनुरूप मार्गदर्शन, स्किल एनहांसमेंट, नेटवर्किंग अवसरों और फंडिंग सपोर्ट के माध्यम से रिसर्च, इनोवेशन और आंत्रप्रेन्योरशिप को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित हैं।