उत्तराखंड दैनिक समाचार: ब्यूरो
दुनियाभर की स्पेस एजेंसियां चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अपने मिशन भेजना चाहती हैं क्योंकि वहां सबसे मूल्यवान संसाधनों में से एक ‘लूनर वॉटर आइस’ मिल चुकी है। इसकी मौजूदगी से चंद्रमा पर ज्वालामुखी और सागरों स्रोत आदि का पता चल सकता है। वॉटर आइस प्रचुर मात्रा में होने पर यह पेयजल के लिए एक स्रोत हो सकती है।