🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 08 अगस्त 2023*
🌤️ *दिन – मंगलवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2080 (गुजरात – 2079)*
🌤️ *शक संवत -1945*
🌤️ *अयन – दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु – वर्षा ॠतु*
🌤️ *अमांत – 23 गते अधिक श्रावण मास प्रविष्टि*
🌤️ *राष्ट्रीय तिथि – 16 अधिक श्रावण मास*
🌤️ *मास – अधिक श्रावण*
🌤️ *पक्ष – कृष्ण*
🌤️ *तिथि – अष्टमी 09 अगस्त रात्रि 03:52 तक तत्पश्चात नवमी*
🌤️ *नक्षत्र – भरणी 09 अगस्त रात्रि 01:32 तक तत्पश्चात कृत्तिका*
🌤️ *योग – गण्ड शाम 04:42 तक तत्पश्चात वृद्धि*
🌤️ *राहुकाल – शाम 03:42 से शाम 05:21 तक*
🌞 *सूर्योदय-05:41*
🌤️ *सूर्यास्त- 19:04*
👉 *दिशाशूल- उत्तर दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण –
💥 *विशेष- अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞~*वैदिक पंचांग* ~🌞
🌷 *नौकरी की समस्या या घर में परेशानी* 🌷
➡ *नौकरी की परेशानी हो तो ५ बत्तीवाली दिया मंगलवार और शनिवार को हनुमानजी की मूर्ति के सामने जलाएं | संकल्प करें कि हमारी ये समस्या है,प्रभु दूर हो जाये| जरुर दूर होगी |*
🏡 *घर में ज्यादा कष्ट और परेशानियाँ हो तो घर में पूजा की जगह प़र रोज ५ बत्ती वाली दिया जलाएं और संकल्प करें कि हमारी ये समस्या दूर हो जाये|*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *आँवला रस* 🌷
🍏 *यह कान्ति, नेत्रज्योति व वीर्य वर्धक, त्रिदोषशामक तथा दाहनाशक है | यह दीर्घायु, स्फूर्ति, ताजगी तथा यौवन प्रदाता है | पाचनतंत्र को मजबूती तथा ह्रदय व मस्तिष्क को शक्ति देनेवाला है | आँखों व पेशाब की जलन, अम्लपित्त, श्वेतप्रदर, रक्तप्रदर, बवासीर आदि में लाभदायी है | यह हड्डियाँ, दाँत व बालों की जड़ें मजबूत एवं बालों को काला बनाता है |*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *स्वप्नदोष, धातु सम्बंधित तकलीफें* 🌷
👉🏻 *जिसको स्वप्नदोष, धातु सम्बंधित तकलीफें हैं, उनके लिए सरल उपाय हैं, सूर्य-अस्त क बाद अँधेरा होने क पहले, पश्चिम (west) में एक ही तारा होता हैं- शुक्र का तारा , वहा चमकता हैं। उसको यह मंत्र बोले:*
🌷 *हेमकुंदमृणालाभं दैत्यानां परमं गुरुम् |*
*सर्वशास्त्रप्रवक्तारं भार्गवं प्रणमाम्यहम् ||*
🌷 *ॐ शुक्राय नमः*
🔥 *अगर घर पर हो तो दीपक भी दिखा दें नहीं तो सिर्फ़ मंत्र बोले. स्वप्नदोष, धातु की तकलीफों में बहुत लाभ होता हैं, शरीर में शुक्र मजबूत होता हैं ।*
👉🏻 *कोई खर्चा नहीं हैं.कोई भी दिन कर सकते हैं। शुक्रवार को करो तो और अच्छा हैं ।*
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