उत्तराखंड दैनिक समाचार: ब्यूरो
उत्तराखंड राज्य बनने के 23वर्ष बाद भी राज्य के मूल निवासियों को, राज्य बनने पर कोई लाभ नहीं मिल पाया।
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों का कहना है,राज्य के मूल निवासियों को हर तरफ से नुकसान हुआ है। आंदोलन कारियों का कहना है। जल,जंगल, और जो हमारी मुख्य पूंजी है,उससे एक साजिश के तहत बाहरी तत्वों द्वारा सरकारी संरक्षण जबरन कब्जाया जा रहा है, ऐसे ही सरकारी सेवाओं में बाहरी लोगों को, धनबल के चलते नियुक्तियां दी जा रही है।
आंदोलनकारियों का कहना है, पूरे प्रदेश में खासकर पहाड़ी जिलों में, बहारी लोगों द्वारा जिस प्रकार अतिक्रमण किया जा रहा है।उससे प्रदेश में अपराधिक गतिविधियां जोर पकड़ रही हैं, उत्तराखंड की संस्कृति, और पहिचान भी खतरे मैं पड़ गई है।
उत्तराखंड आंदोलनकारियों का कहना है ,उत्तराखंड राज्य के शहीदों,के सपनों के अनुरूप राज्य बनाना होगा।
उत्तराखंड में भू-कानून,मूल-निवास 1950और धारा 371, कानून लागू होना चाहिए,