🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 15 अगस्त 2023*
🌤️ *दिन – मंगलवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2080 (गुजरात – 2079)*
🌤️ *शक संवत -1945*
🌤️ *अयन – दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु – वर्षा ॠतु*
🌤️ *अमांत – 30 गते अधिक श्रावण मास प्रविष्टि*
🌤️ *राष्ट्रीय तिथि – 24 अधिक श्रावण मास*
🌤️ *मास – अधिक श्रावण*
🌤️ *पक्ष – कृष्ण*
🌤️ *तिथि – चतुर्दशी दोपहर 12:42 तक तत्पश्चात अमावस्या*
🌤️ *नक्षत्र – पुष्य दोपहर 01:59 तक तत्पश्चात अश्लेशा*
🌤️ *योग – व्यतीपात शाम 05:33 तक तत्पश्चात वरीयान*
🌤️ *राहुकाल – शाम 03:38 से शाम 05:16 तक*
🌞 *सूर्योदय-05:43*
🌤️ *सूर्यास्त- 18:59*
👉 *दिशाशूल- उत्तर दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण – दर्श अमावस्या,76वाँ स्वतंत्रता दिवस*
💥 *विशेष- चतुर्दशी अमावस्या और व्रत के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
🌞~*वैदिक पंचांग* ~🌞
🌷 *समृद्धि बढ़ाने के लिए* 🌷
➡️ *15 अगस्त 2023 मंगलवार को दोपहर 12:42 से 16 अगस्त, बुधवार को शाम 03:07 तक अमावस्या है।*
💥 *विशेष -15 अगस्त 2023 मंगलवार को दर्श अमावस्या एवं 16 अगस्त, बुधवार को अधिक श्रावण अमावस्या है ।*
🌙 *कर्जा हो गया है तो अमावस्या के दूसरे दिन से पूनम तक रोज रात को चन्द्रमा को अर्घ्य दे, समृद्धि बढेगी ।*
🙏🏻 *दीक्षा मे जो मन्त्र मिला है उसका खूब श्रध्दा से जप करना शुरू करें,जो भी समस्या है हल हो जायेगी ।*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *स्कन्दपुराण के प्रभास खंड के अनुसार*
*”अमावास्यां नरो यस्तु परान्नमुपभुञ्जते ।। तस्य मासकृतं पुण्क्मन्नदातुः प्रजायते”*
🍲 *जो व्यक्ति अमावस्या को दूसरे का अन्न खाता है उसका महिने भर का पुण्य उस अन्न के स्वामी/दाता को मिल जाता है।*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *खेती के काम में ये सावधानी रहे* 🌷
🚜 *ज़मीन है अपनी… खेती काम करते हैं तो अमावस्या के दिन खेती का काम न करें …. न मजदूर से करवाएं | जप करें भगवत गीता का ७ वां अध्याय अमावस्या को पढ़ें …और उस पाठ का पुण्य अपने पितृ को अर्पण करें … सूर्य को अर्घ्य दें… और प्रार्थना करें ” आज जो मैंने पाठ किया …अमावस्या के दिन उसका पुण्य मेरे घर में जो गुजर गए हैं …उनको उसका पुण्य मिल जाये | ” तो उनका आर्शीवाद हमें मिलेगा और घर में सुख-सम्पति बढ़ेगी |*
🌞 *~ वैदिक पंचाग ~* 🌞
🙏🍀🌻🌹🌸💐🍁🌷🌺🙏