चारधाम यात्रा में शुरुआती दिनों में ही श्रद्धालुओं की संख्या में हुई अप्रत्याशित वृद्धि के चलते गंगोत्री और यमुनोत्री यात्रा मार्गों में कई घंटों का जाम लग रहा है। जिससे यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
इसलिए इन धामों में उमड़ी भीड़ तथा यात्रा मार्गों पर लग रहे जाम को देखते हुए प्रशासन ने यात्रा को नियंत्रित ढंग से संचालन करना शुरू कर दिया है। इसके लिए ऋषिकेश में ही गंगोत्री व यमुनोत्री के यात्रियों को रोका गया है। ऋषिकेश सहित यात्रा मार्ग पर करीब 500 से अधिक वाहन रोके गए हैं।
चारधाम यात्रा में खासी तेजी
चारधाम यात्रा 10 मई को गंगोत्री, यमुनोत्री तथा केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही शुरू हो गई थी। 12 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद तो चारधाम यात्रा में खासी तेजी आ गई। जिससे धामों में अव्यवस्था हो गई है। इसकों नियंत्रित करने के लिए गंगोत्री तथा यमुनोत्री धाम के लिए गुरुवार को भी तीर्थयात्रियों को नहीं जाने दिया गया।
पुलिस व प्रशासन ने भद्रकाली तथा नरेंद्रनगर बाईपास से गंगोत्री यमुनोत्री जाने वाले वाहनों को वापस लौटा दिया। चारधाम यात्रा के नोडल अधिकारी पुलिस अधीक्षक देहरादून ग्रामीण लोकजीत सिंह ने बताया कि गंगोत्री तथा यमुनोत्री धाम जाने वाले करीब 200 वाहनों को ऋषिकेश ट्रांजिट कैंप में 150 वाहनों को भद्रकाली तथा 125 बसों को चंबा और करीब 25 से अधिक वाहन छाम में भी रुके गए हैं।
रोके गए वाहनों में करीब डेढ हजार से अधिक तीर्थयात्री शामिल हैं। चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण बंद होने तथा यात्रा को रोके जाने के कारण ऋषिकेश में ठहरे तीर्थयात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। हालांकि प्रशासन का दावा है कि तीर्थयात्रियों के रहने तथा भोजन की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है। मगर, यात्रा में हो रहे विलंब के कारण यात्रियों को समय तथा बजट मैनेज करने में परेशानी हो रही है।
आयुक्त गढ़वाल मंडल- पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल ने लिया जायजा
उत्तराखंड के चारधाम की यात्रा पूरे उफान पर है। धामों पर निश्चित संख्या से अधिक श्रद्धालु पहुंच गए हैं। हालात का जायजा लेने के लिए गुरुवार को आयुक्त गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडे और पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल केएस नगन्याल भद्रकाली चेक पोस्ट पहुंचे।
कमिश्नर गढ़वाल ने बताया कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो उसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। सभी धामों पर अत्यधिक भीड़ बढ़ गई है। व्यवस्था बनाने में परेशानी आ रही है। यात्रियों को असुविधा ना हो इसके लिए आफलाइन पंजीकरण रोक दिया गया है। उन्होंने बताया कि आनलाइन पंजीकरण करने वाले दिन श्रद्धालुओं के दर्शन का सलाट एक सप्ताह बाद है, वह आज से ही विभिन्न धामों के लिए रवाना हो गए हैं।
ऐसे तीर्थयात्रियों को ऋषिकेश में रोका जा रहा है। ट्रांजिट कैंप सहित आसपास धर्मशालाओं व अन्य स्थानों पर यात्रियों के रोकने की व्यवस्था की गई है। ट्रांजिट कैंप में प्रशासन की ओर से विभिन्न धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से श्रद्धालुओं के लिए भोजन की दोनों समय व्यवस्था की गई है।
आयुक्त गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडे ने बताया कि बुधवार को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सभी अधिकारियों की बैठक ली। इसके बाद देश के विभिन्न राज्यों के मुख्य सचिवों को उनकी ओर से और विभिन्न राज्यों के डीजीपी को उत्तराखंड के डीजीपी की ओर से पत्र भेजा गया है। जिसमें कहा गया है कि किसी भी यात्री को बिना रजिस्ट्रेशन ना जाने दिया जाए।
सभी लोग उत्तराखंड सरकार की ओर से यात्रा को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन करें। बैठक में अपर आयुक्त गढ़वाल नरेंद्र सिंह क्वीरियाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक टिहरी जेआर जोशी, एडीएम टिहरी केके मिश्रा, नगर आयुक्त ऋषिकेश शैलेंद्र सिंह नेगी, पुलिस अधीक्षक देहात लोकजीत सिंह, एआरटीओ प्रशासन अरविंद कुमार पांडेय, प्रवर्तन मोहित कोठारी, पुलिस उपाधीक्षक नरेंद्र नगर अस्मिता ममगाईं भी मौजूद रहे।
भद्रकाली से नटराज चौक तक लगा लंबा जाम
चारधाम यात्रा को व्यवस्थित करने के लिए प्रशासन व पुलिस ने गंगोत्री व यमुनोत्री जाने वाले वाहनों को ऋषिकेश तथा भद्रकाली में रोकना शुरू कर दिया है। इसके अलावा आगे की तिथियों में दर्शन का स्लाट लेकर तय समय से पहले तथा बिना पंजीकरण यात्रा मार्ग पर जा रहे वाहनों को भी यहां रोका जा रहा है।
गुरुवार को भद्रकाली में वाहनों की सघन जांच के चलते यहां जाम की स्थिति बन गई। स्थिति यह रही कि भद्रकाली से ढालवाला तथा नटराज चौक तक करीब ढाई किलोमीटर से अधिक लंबा जाम लग गया। आयुक्त गढ़वाल व आइजी गढ़वाल ने भी इस जाम की स्थिति को देखा।