प्रदेश में गर्मी बढ़ने के साथ ही विद्युत आपूर्ति गड़बड़ाने लगी है। विद्युत लाइनों में ट्रिपिंग और ब्रेकडाउन की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। साथ में विद्युत कटौती से भी आमजन परेशान है। बिजली की मांग बढ़ने से आपूर्ति पर प्रभाव नहीं पड़े, इसे लेकर सरकार ने कड़ा रुख किया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विद्युत आपूर्ति सुचारु रखने के लिए ऊर्जा सचिव एवं ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक को निर्देश जारी किए हैं। साथ ही बिजली कटौती से पेयजल आपूर्ति पर पड़ने वाले प्रभाव को देखते हुए पेयजल सचिव को भी आवश्यक एवं वैकल्पिक व्यवस्था बनाने को कहा है, ताकि पेयजल संकट की नौबत न आने पाए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गर्मी बढ़ने के साथ ही प्रदेश में बढ़ने वाली समस्याओं के निदान को लेकर संबंधित विभागाें को सतर्क किया है। चारधाम सहित पूरे प्रदेश में बिजली की निर्बाध आपूर्ति के लिए उन्होंने गत दिन निर्देश जारी किए थे। रविवार को होने वाले प्रदेश में विद्युत कटौती की समस्या का संज्ञान लिया।
विद्युत की होगी निर्बाध आपूर्ति
उन्होंने कहा कि विद्युत की निर्बाध आपूर्ति आवश्यक है। आमजन को इससे परेशानी नहीं होनी चाहिए। आपूर्ति सुचारु रखने के लिए आवश्यक उपाय तत्काल करने के निर्देश भी उन्होंने दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्युत बाधित होने से पेयजल आपूर्ति भी बाधित होती है। उन्होंने पेयजल सचिव आपूर्ति सुचारु बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने को कहा। पेयजल आपूर्ति में समस्या उत्पन्न होने पर वैकल्पिक उपायों से पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
प्रदेश में चारधाम यात्रा चल रही है। गर्मी बढ़ने से बिजली और पेयजल की मांग बढ़ गई है। मुख्यमंत्री लगातार समीक्षा बैठकें कर रहे हैं। साथ में उन्होंने यमुनोत्री यात्रा मार्ग की व्यवस्था का स्थलीय निरीक्षण भी किया था।
उधर, मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद ऊर्जा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने ऊर्जा निगम के आला अधिकारियों को विद्युत व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए स्थलीय निरीक्षण के निर्देश दिए हैं। ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार चारधाम व यात्रा मार्गों पर विद्युत व्यवस्था का जायजा लेने को भ्रमण कर रहे हैं। निगम के निदेशक परिचालन को भी क्षेत्र भ्रमण कर विद्युत आपूर्ति सुचारु रखने के लिए नियमित मानीटरिंग करने की हिदायत दी गई है।