चिलचिलाती गर्मी और तपिश से लोग बेहाल हैं। एक तरफ जहां गर्मी से लोग परेशान हैं वहीं गर्मी कई बीमारियों की वजह भी बन रही है। हीट स्ट्रोक के बाद गर्मी आंखों के लिए भी परेशानी का सबब बन रही है। अस्पतालों में ड्राई आई सिंड्रोम के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है।
दून मेडिकल कालेज में नेत्र रोग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. सुशील ओझा के अनुसार तेज धूप और गर्म हवाओं के कारण लोगों में आंखों की कई परेशानियां देखने को मिल रही हैं। आंखों में जलन, आंखें लाल होना, आंखों से पानी बहना और ऐसी कई समस्याएं लेकर मरीज पहुंच रहे हैं।
ड्राई आई की समस्या
हीट वेव के कारण आंखों में होने वाली ड्राई आई की समस्या से भी लोग परेशान हैं। उन्होंने बताया कि गर्मी के चलते आंखें ड्राई हो जाती हैं, जिसके चलते कार्निया की एपीथिलियम पर प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में जब हम पलकें झपकाते हैं तो दर्द महसूस होता है। जो लोग अधिकतर समय गर्मी में बाहर बिताते हैं उनमें यह समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है।
डा. ओझा बताते हैं कि लंबे समय तक कंप्यूटर और मोबाइल स्क्रीन पर काम करने के दौरान लोग आंख की पलकें कम झपकाते हैं। यह भी ड्राई आई होने का मुख्य कारण है। गर्मी के मौसम में आंखों में यदि किसी भी प्रकार की परेशानी होती है तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें। घर पर खुद से इलाज करने से बिल्कुल बचें। आंखों में डालने वाली किसी भी दवा का प्रयोग चिकित्सक से सलाह लेने के पश्चात ही करें।
आंखों को हाथों से मलने से बचें
डा. ओझा के अनुसार गर्मी में आंखों में खुजली होने लगती है। ऐसे में लोग अपने हाथों से आंखों को मसलने लगते हैं। यहीं से आंखों की समस्या भी शुरू हो जाती है। गंदे हाथों से आंखों को छूने पर संक्रमण हो सकता है। गर्मियों में शरीर में पानी की कमी होने पर भी ड्राई आई की समस्या भी हो सकती है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी जरूर पीना चाहिए।
एयर कंडीशनिंग का ध्यान रखें
गर्मियों में ड्राई आई की समस्या को ट्रिगर होने से रोकने के लिए आपको एयर कंडीशनिंग का ध्यान रखना चाहिए। आंखों में अचानक बहुत ज्यादा ठंडी हवा जाने से आपकी आंखों को गंभीर असर पड़ता है। इसकी वजह से आंखों से पानी निकलने लगता है और बाद में आंखें सूखी हो सकती हैं। धुंए और धूल की वजह से आपको आंखों से जुड़ी कई गंभीर परेशानियां हो सकती हैं। इसकी वजह से आपकी आंखें शुष्क हो सकती हैं।
ड्राई आई के लक्षण
- आंखों में खुजली होना।
- आंखें लाल होना।
- आंखें बिल्कुल सूख जाना।
- देखने में परेशानी होना।
- आंखों में जलन होना।
इन बातों का रखें ख्याल
- सीधे धूप में निकलने से बचें।
- आंखों पर अच्छी कंपनी का चश्मा पहनें।
- सिर को ढक कर रखें।
- जलन होने पर हर आधे घंटे पर साफ पानी से आंखों को धोएं।
- पहले से आंखों की समस्या से ग्रसित मरीज विशेष सावधानी बरतें।
- मोतियाबिंद का आपरेशन कराने वाले मरीज धूप में बिल्कुल ना जाएं।
- ज्यादा परेशानी होने पर अपने नेत्र चिकित्सक से संपर्क करें।