भीषण गर्मी के बीच उत्तराखंड में बिजली गुल होने की समस्या बढ़ गई है। साथ ही शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी लो वोल्टेज की समस्या बनी हुई है।
विद्युत आपूर्ति सुचारू रखने और उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा देने के लिए ऊर्जा निगम प्रबंधन नए सिरे से योजना बना रहा है। लो वोल्टेज की समस्या से निपटने के लिए नई तकनीक के कैपेसिटर लगाए जाएंगे। इसके अलावा सब स्टेशन के विस्तार की भी योजना है।
मंगलवार को ऊर्जा निगम मुख्यालय में प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने अधीनस्थों के साथ बैठक कर विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सोमवार को प्रदेश में बिजली की मांग सर्वाधिक वृद्धि के साथ 61.52 मिलियन यूनिट दर्ज हुई। जिसमें उपलब्धता के सापेक्ष 1.31 मिलियन यूनिट की कमी के कारण कुछ क्षेत्रों में कटौती की गई। अगले कुछ दिनों में विद्युत मांग में और वृद्धि होने की आशंका है।
लोड बढ़ने के साथ लो वोल्टेज की समस्या
प्रदेशभर में भीषण गर्मी के चलते ट्रांसफार्मर पर लोड बढ़ने के साथ लो वोल्टेज की समस्या उत्पन्न हो रही है। उन्होंने निदेशक (परिचालन) एमआर आर्या व सभी जोन के मुख्य अभियंताओं के साथ चुनौती से निपटने को लेकर विचार-विमर्श किया। जिसमें लो वोल्टेज की समस्या से निजात पाने के लिए अतिरिक्त ट्रांसफार्मर की व्यवस्था, सब स्टेशन का विस्तार आदि पर कार्य करने के निर्देश दिए गए।
निदेशक (परिचालन) ने बताया कि लोड मैनेजमेंट पर लगातार काम किया जा रहा है। जहां लोड बढ़ रहा है वहां कम करने के लिए ट्रांसफार्मर की संख्या बढ़ाई जा रही है। नई तकनीक के कैपेसिटर बैंक लगाने के प्रस्ताव पर भी कार्य किया जाएगा।
साथ ही प्रबंध निदेशक ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार विद्युत उपभोक्ताओं को बिजली बिलों में आने वाली समस्याओं के निराकरण के लिए शिविर आयोजित किए जाने के भी निर्देश दिए।
भीषण गर्मी में लोड बढ़ा तो हांफने लगी विद्युत आपूर्ति व्यवस्था
भीषण गर्मी के कारण उत्तराखंड में इस वर्ष बिजली की मांग ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। प्रदेश में मई से ही दैनिक बिजली मांग 60 मिलियन यूनिट के आसपास चल रही है।
विद्युत वितरण व्यवस्था पर भी दवाब बढ़ गया है। जिससे शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति सुचारु रखना ऊर्जा निगम के लिए चुनौती बना हुआ है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह बिजली कटौती की जा रही है।
वहीं, शहरों में भी लो वोल्टेज की समस्या बनी हुई है। बीते तीन दिनों से देहरादून का अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के आसपास है। जिससे बिजली की खपत बढ़ने से आपूर्ति प्रभावित हो रही है। ऐसे में दून के कई हिस्सों में दिनभर में कई बार बिजली गुल हो रही है।
देहराखास, विद्याविहार, नारायण विहार, पथरी बाग, कारगी, सरस्वती विहार, ब्राह्मणवाला, अजबपुर, निरंजनपुर, माजरा आदि क्षेत्रों में छोटे-छोटे कट लग रहे हैं। माजरा सब स्टेशन से जुड़े फीडरों से संबंधित इलाकों में कहीं-कहीं रात को भी बिजली की आंख-मिचौनी जारी है। इसके अलावा जगह-जगह फाल्ट की समस्या भी बनी हुई है।
ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने आमजन से संयम से बिजली उपभोग करने की अपील की है। उनका कहना है कि बिजली उपकरणों का एकसाथ प्रयोग करने से ट्रांसफार्मर पर लोड बढ़ने से भी बिजली गुल हो जा रही है। आपूर्ति सामान्य रखने के लिए निगम की ओर से भरसक प्रयास करने का दावा किया जा रहा है।