रवि बडोला हत्याकांड के मुख्य आरोपित रामवीर और अंकुश को पुलिस बुधवार को कोर्ट में पेश करने पहुंची तो गुस्साए लोगों ने दोनों को पीटने का प्रयास किया। इस दौरान कुछ देर के लिए कोर्ट परिसर के बाहर अफरा-तफरी मच गई। हालांकि पुलिस दोनों आरोपितों को सुरक्षित निकाल ले गई।
दोनों को न्यायालय में पेश करने के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में सुद्धोवाला जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने दोनों आरोपितों की कस्टडी रिमांड मांगी है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में इस पर 21 जून को सुनवाई होगी। उधर, मूल निवास भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति ने हत्याकांड के विरोध में बृहस्पतिवार को सुबह 10 से 12 बजे तक देहरादून बंद की अपील की है।
पत्नी ने स्थायी नौकरी और परिवार को सुरक्षा देने की गुहार लगाई
मृतक रवि की पत्नी ने स्थायी नौकरी और परिवार को सुरक्षा देने की गुहार लगाई है। रविवार देर रात रायपुर थाना क्षेत्र के डोभाल चौक के पास सोनू भारद्वाज से अपनी कार वापस लेने गए रवि बडोला और उसके दो साथियों पर गोली चला दी गई थी। रवि बडोला की मौत हो गई थी, जबकि सुभाष क्षेत्री और मनोज नेगी गंभीर घायल हो गए थे। दोनों घायल श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में आइसीयू में भर्ती हैं।
पुलिस ने सोमवार को ही सोनू भारद्वाज, उसके भाई मोनू भारद्वाज और शंभू यादव को गिरफ्तार कर लिया था। मुख्य आरोपित रामवीर को मुठभेड़ के बाद राजस्थान से गिरफ्तार किया गया जबकि सोनू भारद्वाज के गुर्गे अंकुश को देहरादून से दबोचा गया। मनीष और योगेश कुमार को बहादराबाद हरिद्वार में मंगलवार देर रात मुठभेड़ के बाद पकड़ा गया। बुधवार को पुलिस हत्यारोपित रामवीर और अंकुश को कोर्ट में पेश करने पहुंची।
इस दौरान पास ही जिलाधिकारी कार्यालय में विरोध प्रदर्शन के लिए नेहरू ग्राम के लोग भी पहुंचे थे। कलक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन के दौरान लोगों को सूचना मिली की कोर्ट में रामवीर को पेश किया गया है तो वे कोर्ट परिसर की ओर चले गए। कोर्ट के गेट के पास आरोपितों को पुलिस वैन में ले जाते समय भीड़ आक्रोशित हो गई और आरोपितों पर पीटने का प्रयास किया गया। हालांकि पुलिस दोनों को बचाकर ले गई।
वहीं मूल निवास भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति ने बुधवार को प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता कर बृहस्पतिवार को सुबह 10 से 12 बजे तक देहरादून बंद की अपील की है। समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि उत्तराखंड में लगातार अपराध बढ़ रह है। मूल निवासियों का उत्पीड़न कर उनकी हत्या की जा रही है। उन्होंने सभी से बंद में सहयोग देने की अपील की है।
कहा कि यह उत्तराखंड के अस्तित्व और वजूद को बचाने की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने, मृतक की पत्नी को स्थायी नौकरी देने, घायलों को बीस-बीस लाख रुपये मुआवजा और उनके मुफ्त इलाज की मांग की जाएगी। इसके साथ ही उत्तराखंड में घूम रहे अपराधियों की सूची सार्वजनिक करने की मांग की जाएगी। रवि की पत्नी उर्मी बडोला ने कहा कि उनके सामने छोटे बच्चे के भरण-पोषण की समस्या खड़ी हो गई है। सरकार उन्हें स्थायी नौकरी और उनके परिवार को सुरक्षा दे।
रवि की बहन दीक्षा रतूड़ी ने कहा कि समाज को उनकी मदद के लिए आगे आना चाहिए। ऐसी घटना कल किसी और के साथ भी हो सकती है। अपराधियों को संरक्षण देने वालों की भी पहचान जरूरी है। इस दौरान संघर्ष समिति के महानगर संयोजक अनिल डोभाल, सचिव प्रांजल नौडियाल, पंकज उनियाल आदि मौजूद रहे।
रामवीर ने छुपा दिया हथियार
गोलीकांड में मुजफ्फरनगर के हिस्ट्रीशीटर रामवीर ने ही सबसे पहले गोलियों की बौछार की थी, लेकिन पुलिस को अब तक रामवीर का वह हथियार नहीं मिला है, जिससे गोलियां चलाई गई थीं। पुलिस को शक है कि आरोपित रामवीर ने मुजफ्फरनगर में हथियार छिपाया है। वह पहले भी दो हत्याओं में शामिल रह चुका है। उसके खिलाफ पूर्व में ही जघन्य अपराध में छह मुकदमे दर्ज हैं। वह अपने परिवार के साथ राजस्थान जाकर छिपने की फिराक में था।
लगेगा गैंगस्टर, आपराधिक इतिहास खंगालने में जुटी पुलिस
फायरिंग की घटना में शामिल सभी आरोपितों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा पुलिस आरोपितों का पुराना इतिहास भी खंगाल रही है। आरोपितों की ओर से अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्ति की भी जानकारी जुटाई जा रही है। आरोपितों की अवैध संपत्ति को सीज भी किया जाएगा।
हत्यारोपित सोनू ने सरकारी जमीन कब्जाकर बना दी गोशाला
ब्याज पर पैसे लेने और प्रापर्टी लेनदेन का काम करने वाले हत्यारोपित सोनू भारद्वाज ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर गोशाला बना दी थी।
नगर निगम और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम की ओर से की गई पैमाइश में यह बात उजागर हुई है। उसने नाले से सटी 66 वर्ग मीटर सरकारी जमीन पर कब्जा किया है। अब यह रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जाएगी, जिसके बाद सरकारी जमीन से कब्जा हटाने की कार्रवाई की जाएगी। रवि बडोला हत्याकांड के बाद क्षेत्रवासी सोनू भारद्वाज पर आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहने और क्षेत्र में अराजकता फैलाने का आरोप लगा रहे हैं।
सोनू भारद्वाज के मकान को अवैध बताते हुए ध्वस्त करने की मांग की जा रही थी। जिलाधिकारी के निर्देश पर नगर निगम और तहसील की संयुक्त टीम ने मंगलवार को पुराने रिकार्ड खंगालने के साथ ही भारद्वाज के घर की नाप-जोख की। बुधवार को रिपोर्ट बना दी गई, जिसमें पाया गया है कि भारद्वाज ने घर के पीछे से गुजर रहे नाले की नान जेड ऐ श्रेणी की सरकारी जमीन पर कब्जा किया है। रिपोर्ट के अनुसार करीब 66 वर्ग मीटर भूमि कब्जाकर गोशाला और एक सार्वजनिक मार्ग बनाया गया है।
सड़क जाम और तोड़फोड़ करने वालों पर मुकदमा दर्ज
रवि बडोला हत्याकांड के विरोध में प्रदर्शन कर यातायात व्यवस्था को बाधित करने और तोड़फोड़ करने वालों के विरुद्ध पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। हालांकि, पुलिस का दावा है कि शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने वालों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई है। रायपुर थानाध्यक्ष कुंदन राम ने बताया कि डोभाल चौक पर हुई फायरिंग की घटना के विरोध में कुछ व्यक्तियों की ओर से डोभाल चौक के पास शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया जा रहा था, इस दौरान कुछ अराजकतत्व वहां पहुंचे और तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न कर दी।
विनीत उर्फ बंटू, राम कंडवाल, सुरेश शाह, अनिल डोभाल, आशीष व 20-25 अन्य अज्ञात व्यक्तियों ने भीड़ को उकसाते हुए छह नंबर पुलिया चौक तक नारेबाजी की। चौक पर चारों ओर मोटर साइकिल, स्कूटर व खाली ड्रम लगाकर आवागमन बाधित किया। साथ ही पर्यटकों को रोककर अभद्रता भी की।
इस दौरान दो घंटे यातायात बाधित रहा। इसके अलावा उन लोगों ने सोनू भारद्वाज के घर पर पथराव व तोड़फोड़ भी की। पुलिस ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से भ्रामक तथ्यों को फैलाते हुए शांति व्यवस्था भंग करने व धर्म, जाति, वर्ग, क्षेत्र के नाम पर वैमनस्यता फैलाने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।