वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (यूटीयू) के राजकीय इंजीनियरिंग कालेज, कैंपस परिसर और स्ववित्त पोषित संस्थानों में बीटेक, बीटेक लेटरल एंट्री, एमबीए, एलएलबी, एलएलएम, मास्टर आफ होटल मैनेजमेंट, एमटेक, बीसीए, बीबीए, बी-लिब, बीए-एलएलबी आदि पाठ्यक्रमों में करीब तीन हजार सीटें तीन राउंड की काउंसलिंग के बाद भी रिक्त रह गई हैं। रिक्त सीटों पर अब यूटीयू ने स्पाट काउंसलिंग राउंड प्रारंभ किया है।
आनलाइन आवेदन करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए आठ अगस्त को सीटें आवंटित होगी। 10 अगस्त से संस्थान आवंटित किए जाएंगे। यूटीयू के कुलसचिव प्रो. सत्येंद्र सिंह ने बताया कि यूटीयू के विभिन्न स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के लिए तीन राउंड की काउंसलिंग हो चुकी है। इसके बाद जिन संस्थानों में जिन-जिन पाठ्यक्रमों की सीटें रिक्त रह गई हैं। यह जानकारी विवि की वेबसाइट में काउंसलिंग पोर्टल पर उपलब्ध है। इन रिक्त सीटों के सापेक्ष वर्तमान में स्पाट काउंसलिंग राउंड संचालित किया जा रहा है। इसके बाद जो सीटें रिक्त रह जाएंगी, उन्हें संस्थान अपने स्तर पर भर सकते हैं।
स्पाट काउंसलिंग भी आनलाइन मोड में आयोजित की जा रही है। इस राउंड में कोई भी अभ्यर्थी प्रतिभाग कर सकता है चाहे पूर्व में उसने काउंसलिंग प्रक्रिया में प्रतिभाग किया हो या ना किया हो। उसको कोई सीट आवंटित हुई हो या ना हुई हो। पूर्व में जिन अभ्यर्थियों ने काउंसलिंग में प्रतिभाग किया है वह पुराने लॉगिन आइडी और पासवर्ड का प्रयोग करके स्पाट काउंसलिंग की प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं। यदि कोई अभ्यर्थी प्रथम बार इस प्रक्रिया में प्रतिभाग कर रहा है तो उसको काउंसलिंग पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर अपना लागइन आइडी और पासवर्ड बनाना होगा।
*एक बार भरनी होगी 2000 रुपये फीस*
स्पाट काउंसलिंग शुल्क दो हजार रुपये सभी अभ्यर्थियों को जमा करना होगा। ऐसे अभ्यर्थी जिन्हें पूर्व की काउंसलिंग में दो हजार रुपये देकर प्रतिभाग किया था और काउंसलिंग में कोई सीट आवंटित नहीं हुई थी वह इस राउंड की स्पाट काउंसलिंग में मुफ्त में प्रतिभाग कर सकते हैं। शेष अभ्यर्थियों (जैसे सीट आवंटन के बाद प्रवेश ना लेने वाले अभ्यर्थी) को शुल्क जमा करना होगा।
भरें ऐसे कोर्स का विकल्प
जिन अभ्यर्थियों ने पूर्व में काउंसलिंग में प्रतिभाग किया है और पोर्टल पर अपनी च्वाइस भरी है, उनकी स्पाट राउंड के लिए उनकी सारी च्वाइस हटा दी जाएगी एवं उनको दोबारा से अपने वरीयता क्रम में सारी च्वाइस भरनी होंगी। छात्र-छात्राएं ज्यादा से ज्यादा च्वाइस भरें ताकि उनको कोई न कोई सीट आवंटित होने की संभावना ज्यादा रहे। अभ्यर्थी विकल्प भरते समय ध्यान रखें कि विकल्पों को संस्था/ ब्रांच (जिसमें प्रवेश के इच्छुक हों) को वरीयता क्रम में भरें और सेव करें। जब यह सुनिश्चित कर लें कि अब वरीयता क्रम अथवा विकल्प में कोई परिवर्तन नहीं करना है तब ही आनलाइन समिट करें। एक बार समिट करने के उपरांत पुनः परिवर्तन संभव नहीं होगा।
सीट इस तरह होगी आवंटित
सीट आवंटन के बाद अभ्यर्थियों को 10 अगस्त तक सीधे आवंटित संस्थान में प्रवेश के लिए उपस्थित होना होगा। स्पाट काउंसिलिंग में सीट आरक्षित करने का कोई विकल्प नहीं होगा, आवंटन के बाद अभ्यर्थी को काउंसलिंग पोर्टल पर दस हजार रुपये अग्रिम फीस भी जमा नहीं करनी होगी, बल्कि आवंटित संस्था में निर्धारित अवधि में पूर्ण शुल्क जमा करना होगा अन्यथा प्रवेश स्वतः निरस्त कर दिया जाएगा।
अभ्यर्थी को सीट आवंटन के बाद सीधे आवंटित संस्थान में निर्धारित अवधि के अंतर्गत प्रवेश के लिए उपस्थित होना होगा अन्यथा उसकी आवंटित सीट निरस्त कर स्पाट काउंसिलिंग के अगले चरण की रिक्त सीट मैट्रिक्स में जोड़ दी जाएगी।