देहरादून कार हादसा, छह युवाओं की गई जान
तेज रफ्तार इनोवा के चौराहे पर कंटेनर में घुसने से जिन छह युवाओं की मौके पर ही मौत हो गई थी, उनमें से दो ने अपने सिर कार के सनरूफ से बाहर निकाले हुए थे। यही वजह रही कि झूमते हुए इन दो युवाओं की गर्दन कंटेनर से कार के टकराते ही धड़ से अलग हो गई।
आइएसबीटी नाबालिग रेप केस
आइएसबीटी परिसर में उत्तराखंड परिवहन निगम की देहरादून-दिल्ली मार्ग की अनुबंधित सीएनजी बस में मुरादाबाद उत्तर प्रदेश निवासी किशोरी से 12 अगस्त की मध्य रात्रि पांच लोगों ने दुष्कर्म किया था। मामला पुलिस के संज्ञान में 17 अगस्त की रात्रि आया था। उससे पूर्व किशोरी बाल कल्याण समिति के पास थी, जहां उसकी काउंसलिंग की जा रही थी।
पुलिस ने 18 अगस्त को परिवहन निगम के दो विशेष श्रेणी परिचालक व एक नियमित परिचालक समेत अनुबंधित बसों के दो चालकों को सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया था। वहीं, पीड़ित किशोरी घटना के बाद राज्य बालिका निकेतन में रह रही थी। उसकी तबीयत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल कोरोनेशन में भर्ती कराया गया था। जांच के दौरान पीड़ित किशोरी के गर्भवती होने का पता चिकित्सकों को चला तो उन्होंने तत्काल पुलिस और सीएमओ को सूचना दी।
दारोगा की बेटी की हत्या
उत्तराखंड पुलिस में तैनात दारोगा की बेटी की हत्या कर युवक ने चीला नहर में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। छह मई की सुबह हरिद्वार-देहरादून राजमार्ग पर रायवाला के निकट तीन पुलिया के पास से एक युवती का शव पड़ा हुआ मिला था। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
पाया कि युवती की गला काटकर हत्या की गई थी। मृतक युवती की पहचान 20 बीघा बापू ग्राम ऋषिकेश निवासी आरती उम्र 26 वर्ष के रूप में हुई। युवती के पिता शिव प्रसाद डबराल देहरादून जिले के शहर कोतवाली में उप निरीक्षक पद पर तैनात हैं। पुलिस के अनुसार आरती आरती घर पर यह कहकर गई थी, कि वह अपने दोस्त शैलेंद्र भट्ट निवासी भद्रास्यूं पुजारगांव चंद्रबदनी हिंडोलाखाल टिहरी गढ़वाल वर्तमान निवासी बसंत कालोनी, श्यामपुर के जन्मदिन पर उसके घर जा रही है। इसके बाद देर रात तक घर नहीं लौटी।
स्वजनों ने उसकी काफी तलाश की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं लग पाया। स्वजनों ने इस संबंध में पुलिस को मौखिक सूचना दी। अगली सुबह उसका शव रायवाला के निकट से बरामद हुआ। पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई और शैलेंद्र की तलाश शुरू की तो पता चला कि वह भी घर से गायब था और उसकी बहन ने ऋषिकेश कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई है। पुलिस ने शैलेंद्र के दोस्तों से पूछताछ शुरू की तो पता चला कि शैलेंद्र ने रात साढ़े नौ बजे चीला शक्तिनहर में छलांग दी है। घटना के पांच दिन बाद युवक का शव बरामद हुआ।
पहली बार गए गुप्ता बंधु गए जेल
कारोबार में पार्टनरशिप के विवाद में शहर के नामी बिल्डर बाबा साहनी ने शुक्रवार को विवाहित बेटी के सहस्रधारा रोड पर पैसेफिक गोल्फ अपार्टमेंट में आठवीं मंजिल पर स्थित फ्लैट की बालकनी से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। मामले में आरोपित अजय कुमार गुप्ता व उनके बहनोई अनिल गुप्ता (गुप्ता बंधु) को अदालत ने 14 दिनों तक न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश जारी किए।
ऐसा पहला मामला था जब गुप्ता बंधु जेल गए थे। बाबा साहनी की जेब से मिले सुसाइड नोट व उनके बेटे के बयान के आधार पर पुलिस ने सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) के निवासी चर्चित अजय कुमार गुप्ता व उनके बहनोई अनिल गुप्ता (गुप्ता बंधु) के विरुद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया था। त्वरित कार्रवाई करते हुए राजपुर थाना पुलिस ने दोनों आरोपितों को उनके कर्जन रोड स्थित आवास से गिरफ्तार किया था।
बता दें सहारनपुर के चर्चित कारोबारी अजय कुमार गुप्ता का उत्तराखंड से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक विवादों से नाता रहा है। गुप्ता बंधु दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा के करीबी थी जिसके चलते अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस के दबाव के कारण जुमा को राष्ट्रपति पद छोड़ना पड़ा। अजय गुप्ता का उत्तराखंड में खासा रुतबा रहा है। सरकार की ओर से उसे जेड प्लस सुरक्षा भी दी गई थी।
नानकमत्ता गुरुद्वारा के गुरुद्वारा प्रमुख की हत्या
28 मार्च को डेरा कारसेवा प्रमुख तरसेम सिंह की गोली मारकर बाइक सवार शूटरों ने हत्या कर दी थी। डेरा कारसेवा प्रमुख तरसेम सिंह की हत्या प्रमुख डेरों के प्रबंधन में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर 10 लाख की सुपारी देकर कराई थी। एडवांस में 1.60 लाख रुपये ले लिए थे और पांच लाख रुपये हत्या के बाद शूटर लेकर फरार हो गए। पुलिस ने हत्या के मास्टर माइंड समेत चार षड़यंत्रकारियों को गिरफ्तार कर लिया था।
19 मार्च को शूटर्स गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब में आए थे और यहां की सराय में कमरा नंबर 23 में रुके थे। इसके लिए सर्वजीत सिंह ने अपनी आइडी, आधार कार्ड नंबर और मोबाइल नंबर को सराय के रजिस्टर में दर्ज कराया था। सर्वजीत के मोबाइल की काल डिटेल चेक की गई तो 19 मार्च से 27 मार्च तक उसकी लोकेशन रामपुर, बाजपुर, किच्छा, शाहजहांपुर में मिली।मैनुअली इनपुट और सर्विलांस के आधार पर पता चला कि मोबाइल नंबर और मोबाइल फोन 14 मार्च को कस्बा तिलहर, थाना तिलहर, शाहजहांपुर से खरीदा गया था। मोबाइल नंबर से हत्यारोपित शूटरों के पुराने नंबर प्राप्त हुए।
हरिद्वार ज्वेलरी शोरूम डकैती
हरिद्वार के श्री बालाजी ज्वेलर्स में हुई 5 करोड़ की डकैती की घटना से हड़कंप मच गया था। मामले की जांच की कमान एसटीएफ को सौंपी गई। बदमाशों की तलाश में पुलिस की पांच टीमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, बिहार, हरियाणा व राजस्थान भेजी, जबकि छह टीमों ने स्थानीय स्तर पर पड़ताल की।
हरिद्वार के रानीपुर मोड़ स्थित श्री बालाजी ज्वेलर्स शोरूम में एक सितंबर को दिन दहाड़े हथियारबंद बदमाशों ने फायरिंग कर शोरूम स्वामी व स्टाफ की आंख में मिर्च स्प्रे डालकर पांच करोड़ रुपये के जेवरात लूट लिए थे। इससे व्यापारियों में आक्रोश है और कानून-व्यवस्था पर सवाल भी उठे।
नर्स की रेप के बाद हत्या
ऊधमसिंह नगर में नर्स के साथ पहले दुष्कर्म किया गया फिर उसकी हत्या कर दी गई और आरोपित ने पहचान छिपाने के लिए नर्स का चेहरा पत्थरों से कूच दिया था। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन पूरे उत्तराखंड में इस मामले प्रदर्शन हुए। जानकारी के मुताबिक ड्यूटी से घर आने के दौरान 30 जुलाई की रात से नर्स गायब हो थी। वह रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल नर्स थी और ड्यूटी कर लौट रही थी।
31 जुलाई को बहन ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। एक अगस्त को डिबडिबा क्षेत्र में ही वसुंधरा इनक्लेव से कुछ आगे एक खाली प्लाट में तस्लीम जहां की क्षत-विक्षत लाश मिली थी। नर्स तस्लीम जहां को मारपीट कर जख्मी करने के बाद वहशी ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। इसके बाद स्कार्फ से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद पत्थर से कूंचकर उसके चेहरे को क्षत-विक्षत कर शव झाड़ियों में छिपा दिया।
वारदात को अंजाम देने के बाद रुपये और मोबाइल लूटकर फरार हो गया। पुलिस ने बरेली निवासी अभियुक्त को राजस्थान से गिरफ्तार किया। पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि वारदात के दिन उसने तस्लीम का पीछा किया और निर्जन स्थान पर पकड़कर झाड़ियों में ले गया। इस दौरान दोनों में संघर्ष भी हुआ, लेकिन आरोपित ने तस्लीम के गले में लगे स्कार्फ से उसका गला घोंट दिया और सिर फोड़ दिया। अचेत अवस्था में उसके साथ दुष्कर्म किया। उसके बाद चेहरे पर पत्थर आदि से वार कर पूरी तरह से क्षत-विक्षत कर दिया। साक्ष्य छिपाने के लिए शव को झाड़ियों में छिपाकर उसके पर्स से रुपये, हाथ का कड़ा और मोबाइल फोन लेकर फरार हो गया। पूर्व में आरोपित आर्म्स एक्ट में जेल भी जा चुका है।