बर्फ से ढकी ऊंची चोटियों की ठंडी हवा निचले इलाकों तक आने से ठिठुरन और बढ़ गई है। हालांकि जौनसार-बावर की लाइफलाइन कहे जाने वाले मसूरी-चकराता-त्यूणी हाईवे पर लोखंडी से कनासर के बीच बर्फ की परत के ऊपर पाला जमने से वाहनों के फिसलने का खतरा भी बढ़ गया है। चालकों को अपने वाहन संभालकर चलाने पड़ रहे हैं। उधर, हिमपात होने से खेती-बागवानी से जुड़े क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीण किसानों के चेहरे खिल उठे हैं।
चटख धूप में चढ़ा पारा, सुबह-शाम ठिठुरन बरकरार
देहरादून में दो दिन से चटख धूप खिल रही है, जिससे पारे में उछाल आया है। दून का अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है। जो कि पिछले वर्ष जनवरी में सर्वाधिक तापमान से भी अधिक है। इसके साथ ही दिन में ठंड से राहत मिली है। हालांकि, सुबह-शाम ठिठुरन बरकरार है। रात को पाला दुश्वारियां बढ़ा रहा है।
मैदानी क्षेत्रों में छाया कोहरा
पहाड़ों में भी ज्यादातर क्षेत्रों में पारा सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक अधिक रहा। रात को पाला पड़ने और सुबह मैदानी क्षेत्रों में कोहरा छाने से दुश्वारियां बनी हुई हैं।
वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, बुधवार और गुरुवार प्रदेशभर में आंशिक से लेकर मुख्यत: बादल छाये रहने के आसार हैं। इस बीच 3000 मीटर से 2500 मीटर की ऊंचाई तक हल्की बर्फबारी हो सकती है। जबकि, निचले इलाकों में भी हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। इससे पारे में भी गिरावट दर्ज की जा सकती है।
