वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि संदिग्ध परिस्थितियों में दून के परिवार की मृत्यु के संबंध में थाना टोडाभीम जिला करौली की ओर से की गई प्रारंभिक जांच में तथ्य सामने आया है कि परिवार 13 जनवरी की सुबह मेहंदीपुर राजस्थान पहुंचा।
14 जनवरी को परिावर ने बालाजी धाम के दर्शन किए
उन्होंने मेहंदीपुर में रामाकृष्णा धर्मशाला में एक कमरा किराए पर लिया और 14 जनवरी की प्रातः परिवार के सभी सदस्यों ने बालाजी धाम के दर्शन किए। इसके बाद वे सभी समय आठ बजे धर्मशाला में अपने कमरे में वापस आ गए।
सफाईकर्मी कमरे में गया तो पूरा मामला खुला
चारों लोग अचेत अवस्था में कमरे में पड़े हुए थे। सफाई कर्मी ने इसकी सूचना धर्मशाला के संचालक को दी और पुलिस को बुलाया। इसकी सूचना दून पुलिस को दी गई, जहां पुलिस ने मृतकों के स्वजनों इसकी सूचना दी।
गुरुवार को चारों शवों का होगा पोस्टमार्टम
मंगलवार देर रात स्वजन मेहंदीपुर के निकले, लेकिन समय पर न पहुंचने के कारण बुधवार को पोस्टमार्टम की कार्यवाही नहीं हो पाया। गुरुवार को स्वजनों की उपस्थिति में सभी शवों का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।
नितिन और सुरेंद्र एक ही फैक्ट्री में काम करते थे
बता दें कि सुरेंद्र कुमार तथा उनका पुत्र नितिन दोनों आर्डनेंस फैक्ट्री में नौकरी करते थे। नितिन अविवाहित था तथा नीलम का अपने पति से विवाद चल रहा था, जिस कारण वह अपने माता-पिता के साथ ही रह रही थी। राजस्थान पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है।
