एडीसीसी फाउंडेशन की रिपोर्ट में प्रत्येक भूस्खलन जोन की लंबाई और उसकी स्थिति भी बयां की गई है। फाउंडेशन की फील्ड रिपोर्ट के अनुसार बदरीनाथ से 32 किलोमीटर पहले तक ही 06 बड़े भूस्खलन जोन हैं। जिसमें मंदिर से 05 किमी के दायरे में ही 80 से 100 किमी लंबे तीन जोन शामिल हैं।
126 किमी के दायरे में 14 बड़े भूस्खलन जोन
इसके बाद जोशीमठ से सिरोबगड़ तक के 126 किमी दायरे में 14 बड़े भूस्खलन जोन हैं। जोशीमठ से करीब 58 किलोमीटर की दूरी पर 150 से 200 मीटर लंबा एक ऐसा जोन भी है, जहां पूरी पहाड़ी नीचे खिसकती दिख रही है। इसके अलावा भी कई जोन ऐसे हैं, जहां पर सड़क बेहद संकरी है। साथ ही कुछ जगह सड़क का पूरा भाग दरकता दिख रहा है।
अपनी रिपोर्ट में फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष अनूप नौटियाल ने भूस्खलन जोन के उपचार और निगरानी के लिए विभिन्न सुझाव भी दिए हैं। ताकि चार धाम यात्रा और सामरिक महत्व वाले राजमार्ग की स्थिति में सुधार के लिए गंभीर प्रयास किए जा सकें।
यह भूस्खलन जोन
| बदरीनाथ से दूरी | भूस्खलन जोन की स्थिति |
|---|---|
| 01 किमी | 80 |
| 05 किमी | 100 |
| 12.5 किमी | 20 |
| 15 किमी | 100 |
| 17 किमी | 40 |
| 32 किमी | 50 |
बदरीनाथ धाम से महज 01 किमी दूरी पर है, जो 80 मीटर लंबाई में पसरा है।
जोशीमठ से लौटते हुए दूरी का आकलन
| दूरी | भूस्खलन जोन की स्थिति |
|---|---|
| 01 किमी | 30 |
| 06 किमी | 60 |
| 16 किमी | 20 |
| 16.5 किमी | 50 |
| 22.6 किमी | 100 |
| 31.4 किमी | 20 |
| 55 किमी | 20 |
| 58 किमी | 150-200 |
| 83 किमी | 20 |
| 91 किमी | 25 |
| 93 किमी | 50 |
| 100 किमी | 10 |
| 122 किमी | 30 |
| 126 किमी | (सिरोबगड़ का पुराना जोन) |
