जौलीग्रांट एयरपोर्ट में हुए 232 करोड़ रुपये के वित्तीय घोटाले में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के वरिष्ठ वित्त प्रबंधक राहुल विजय को CBI ने चार दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। विशेष सीबीआई कोर्ट ने सोमवार को यह रिमांड मंजूर की।
सीबीआई ने बताया कि वह राहुल विजय से पूछताछ कर आर्थिक दस्तावेजों, लेन-देन और गबन से जुड़े प्रमाणों की बरामदगी करना चाहती है।
राहुल विजय को CBI ने पिछले महीने जयपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद उन्हें देहरादून लाया गया और सुद्धोवाला जेल में न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।
CBI को देहरादून AAI के एक अधिकारी ने नए टर्मिनल भवन के निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार की शिकायत दी थी। आरोप है कि परियोजना के तहत खर्च हुई राशि में से राहुल विजय ने 232 करोड़ रुपये का गबन किया।
प्राथमिक जांच में CBI को अनियमितताओं के प्रमाण मिले, जिसके आधार पर राहुल विजय के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
CBI अब रिमांड अवधि में लेन-देन से जुड़े डिजिटल रिकॉर्ड, वित्तीय दस्तावेजों, और संभावित सहयोगियों की जानकारी एकत्र करेगी। संभावना जताई जा रही है कि घोटाले में और नाम सामने आ सकते हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी और ठेकेदारों की भूमिका भी जांच के दायरे में है।
इस मामले को लेकर AAI और संबंधित मंत्रालय ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, वित्तीय निगरानी और ऑडिट प्रणाली की समीक्षा शुरू कर दी गई है।
