केंद्र सरकार ने आज से देश में नई GST दरें लागू कर दी हैं, जो टैक्स संरचना को और अधिक सरल और किफायती बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस सुधार के तहत जरूरी और आम उपयोग की वस्तुएं अब सस्ते हो जाएंगी, जबकि लक्जरी और हानिकारक उत्पादों पर टैक्स दरें बढ़ा दी गई हैं।
क्या-क्या हुआ सस्ता?
नई GST नीति के तहत रोजमर्रा के जरूरी सामान जैसे कि किराना वस्तुएं, डेयरी प्रोडक्ट्स, स्वास्थ्य से जुड़ी वस्तुएं और शैक्षिक सामग्री पर टैक्स में कमी की गई है। विशेष रूप से दूध, पनीर, ब्रेड, पिज्जा, नोटबुक, पेंसिल, जीवन रक्षक दवाइयां, और हेल्थ इंश्योरेंस जैसी चीजें अब जीरो प्रतिशत GST के दायरे में आ गई हैं।
5% GST स्लैब में वनस्पति तेल, मक्खन-घी, साबुन, शैम्पू, किचनवेयर, कृषि उपकरण, रेडीमेड कपड़े और अन्य घरेलू सामान शामिल हैं, जो अब ज्यादा किफायती होंगे।
क्या हुआ महंगा?
लक्जरी कारें, बड़ी SUV, 350cc से अधिक की मोटरसाइकिलें, कैसीनो, जुआ, सिगरेट और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स जैसे हानिकारक उत्पादों पर टैक्स दरें 28% से बढ़ाकर 40% कर दी गई हैं। इससे इन वस्तुओं की कीमतों में इजाफा होगा और उपभोग में कमी आने की उम्मीद है।
सरकार का उद्देश्य
वित्त मंत्रालय ने बताया कि इस नई GST संरचना का मकसद गरीब और मध्यम वर्ग को महंगाई से राहत देना और साथ ही सरकार के लिए स्थिर राजस्व स्रोत सुनिश्चित करना है। टैक्स दरों को इस तरह संतुलित किया गया है कि आर्थिक विकास भी बनी रहे।
आर्थिक विशेषज्ञों के अनुसार, नई GST दरें व्यापारिक पारदर्शिता बढ़ाएंगी और घरेलू बाजार में आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगी। साथ ही, लक्जरी और हानिकारक वस्तुओं पर बढ़े टैक्स से उपभोग नियंत्रित होगा, जो सामाजिक दृष्टि से भी सकारात्मक कदम है।
नई GST नीति लागू होने के बाद आम जनता को अपने रोजमर्रा के खर्चों में राहत महसूस होगी, वहीं सरकार को भी वित्तीय मजबूती मिलेगी।
