अगर आप सोने में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो ज़रा रुकिए! केडिया एडवाइजरी के विशेषज्ञ अजय केडिया का कहना है कि सोने ने पिछले एक साल में लगभग 50% तक का शानदार रिटर्न दे दिया है। ऐसे में अब इसके भाव ऊंचाई पर हैं और इस समय इसमें लंबी अवधि के लिए निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है।
उन्होंने निवेशकों को सलाह दी है कि अगर सोने की कीमतों में 8-10% की गिरावट आती है, तभी उसमें दोबारा निवेश करने पर विचार करें। उनका कहना है कि अप्रैल 2025 में भी सोना करीब 10% तक गिरा था, जो यह दर्शाता है कि आगे और करेक्शन की संभावना बनी हुई है।
केडिया के अनुसार, इस समय चांदी सोने से बेहतर विकल्प है। उन्होंने कहा कि भले ही चांदी को ‘गरीब आदमी का सोना’ कहा जाता हो, लेकिन इसकी उद्योगों में बढ़ती मांग इसे निवेश के लिए एक मजबूत दावेदार बना रही है। खासकर सोलर पैनल्स और इलेक्ट्रिक वाहनों में चांदी की खपत तेजी से बढ़ रही है।
“अगर चांदी फिर से 50 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर जाती है, तो भारत में इसकी कीमत 145 रुपये प्रति ग्राम तक पहुंच सकती है,” – अजय केडिया
वह मानते हैं कि गोल्ड-सिल्वर रेशियो यह साफ करता है कि चांदी अब भी सोने के मुकाबले सस्ती है और इसमें निवेश से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
जहां इस साल निफ्टी इंडेक्स में सिर्फ 6% की तेजी देखी गई, वहीं सोने और चांदी में करीब 44-45% तक की बढ़त आई है। इससे साफ है कि जिन निवेशकों ने इक्विटी के साथ-साथ सोना और चांदी में भी पैसा लगाया, उन्हें बेहतर रिटर्न मिला है।
त्योहारी सीजन में सोने-चांदी की खरीद बढ़ना तय है, लेकिन विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि भावनात्मक फैसलों से बचें। ऊंची कीमत पर खरीद कर फंसने से अच्छा है कि डिप पर निवेश करें और पोर्टफोलियो को संतुलित रखें।
