नई दिल्ली: भारत ने महिला आईसीसी वनडे विश्व कप के फाइनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर पहली बार विश्व कप का खिताब अपने नाम किया। शेफाली वर्मा और दीप्ति शर्मा की बेहतरीन बल्लेबाजी और गेंदबाजी ने भारतीय टीम को यह ऐतिहासिक जीत दिलाई।
शेफाली वर्मा ने 78 गेंदों में 87 रन की आक्रामक पारी खेली और अपने स्पिन से सुने लुस और मारिजान काप जैसे अनुभवी बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। वहीं दीप्ति शर्मा ने 58 गेंद में 58 रन का योगदान दिया और पांच विकेट लेकर मैच का रुख पलट दिया। दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट ने शतक बनाया, लेकिन भारत की कड़ी गेंदबाजी ने उनकी पारी को लक्ष्य हासिल करने में मदद नहीं दी।
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 298 रन बनाए। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने दक्षिण अफ्रीका को 246 रन पर रोक दिया। दीप्ति शर्मा की शानदार गेंदबाजी और भारतीय टीम के बीच विकेटों के संतुलन ने दक्षिण अफ्रीका पर दबाव बनाया। अंततः हरमनप्रीत कौर द्वारा नाडिन डि क्लार्क का कैच लेने के बाद भारत की जीत सुनिश्चित हुई।
भारतीय खिलाड़ियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। स्टेडियम में उपस्थित दर्शकों ने ‘वंदे मातरम्’ और अन्य राष्ट्रीय गीत गाकर जीत का जश्न मनाया। पूर्व कप्तान रोहित शर्मा और वीवीएस लक्ष्मण भी भारतीय तिरंगा लहराते दिखे।
सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना और विकेटकीपर रिचा घोष ने भी महत्वपूर्ण रन जोड़े। शेफाली वर्मा ने अपनी बल्लेबाजी से टीम को जबरदस्त शुरुआत दी, जबकि दीप्ति शर्मा ने टूर्नामेंट में 22 विकेट लेने और 200 से अधिक रन बनाने का नया रिकॉर्ड स्थापित किया।
दक्षिण अफ्रीका के लिए आयोबोंगा खाका तीन विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहीं। बारिश के कारण मैच में दो घंटे की देरी हुई, लेकिन भारत ने धैर्य और रणनीति के साथ खेल पर कब्ज़ा बनाए रखा और महिला क्रिकेट इतिहास में अपनी पहली विश्व कप जीत दर्ज की।
