?? *~ हिन्दू पंचांग ~* ??
?️ *दिनांक – 04 अगस्त 2023*
?️ *दिन – शुक्रवार*
?️ *विक्रम संवत – 2080 (गुजरात – 2079)*
?️ *शक संवत -1945*
?️ *अयन – दक्षिणायन*
?️ *ऋतु – वर्षा ॠतु*
?️ *अमांत – 19 गते अधिक श्रावण मास प्रविष्टि*
?️ *राष्ट्रीय तिथि – 13 अधिक श्रावण मास*
?️ *मास – अधिक श्रावण*
?️ *पक्ष – कृष्ण*
?️ *तिथि – तृतीया दोपहर 12:45 तक तत्पश्चात चतुर्थी*
?️ *नक्षत्र – शतभिषा सुबह 07:08 तक तत्पश्चात पूर्वभाद्रपद*
?️ *योग – शोभन सुबह 06:14 तक तत्पश्चात अतिगण्ड*
?️ *राहुकाल – सुबह 10:43 से दोपहर 12:23 तक*
? *सूर्योदय-05:38*
?️ *सूर्यास्त- 19:09*
? *दिशाशूल- पश्चिम दिशा में*
? *व्रत पर्व विवरण – संकष्ट चतुर्थी (चन्द्रोदय:रात्रि 09:36)*
? *विशेष- *तृतीया को पर्वल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
?~*वैदिक पंचांग* ~?
? *दमा में* ?
? *आधा ग्राम दालचीनी का चूर्ण शहद या गुड के साथ दिन में १ या २ बार लें | लगातार ३ महीने तक लेने से लाभ होता है |*
? *~ वैदिक पंचांग ~*?
? *वास्तु शास्त्र* ?
2⃣ *देवी-देवताओं की ऐसी मूर्ति या चित्र*
*देवी-देवताओं की फटी हुई और पुरानी तस्वीरों या खंडित मूर्तियों से भी आर्थिक हानि होती है। उन्हें किसी नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए। इसके अलावा एक ही देवी या देवता की 3-3 मूर्तियां या तस्वीर होने पर वास्तुदोष होता है।*
? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
? *दिमाग कमजोर या पागलपन हो तो* ?
? *दिमाग कमजोर है अथवा अकेले में मानसिक कल्पनाओ से पागलपन का अंश आ गया है अथवा आलस्य है, चिडचिडा स्वभाव है | ये सब मस्तिष्क.., दिमाग की कमजोरी है, तो ऐसे लोगो को क्या करना चाहिए?*
?? *पहली ऊँगली अंगूठे के साथ यूँ मिला दें | ३ ऊँगली सीधी और शवासन में सीधा सो जाये | जीभ थोड़ी बाहर रखे तो बड़े-बड़े इंजेक्शन और दिमाग के जानकर.., स्पेशलिस्ट.. उनसे इतना लाभ नही होगा, जितना ये ज्ञान मुद्रा से हो जायेगा |*
? *चिड़चिड़ापन कंट्रोल | दिमागी.., थोडा पागलपन की शुरुवात हो तो वो कंट्रोल | आलस्य कंट्रोल.., क्रोध कंट्रोल | सुमिरन शक्ति की कमजोरी कंट्रोल और एकाग्रता बढ़ेगी, चंचलता नियंत्रित हो जायेगी | स्नायु में शक्ति बढ़ेगी | लेकिन इसके साथ ममरी बादाम की औषध खा ले तो आये-हाय! कहना ही क्या ||*
???????????
