प्रदेश में चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ रही संख्या को देखते हुए केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने भविष्य में चारधाम यात्रा प्रबंधन रणनीति के लिए एक समिति का गठन करने के निर्देश दिए हैं।
साथ ही जरूरत पडऩे पर भीड़ प्रबंधन के लिए एनडीआरएफ और आइटीबीपी की मदद भी लेने को कहा है। उन्होंने मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को चारों धामों, यात्रा मार्गों और ठहराव स्थलों पर यात्रियों की रिपोर्ट प्रतिदिन गृह मंत्रालय को भेजने के निर्देश दिए हैं।
केंद्रीय सचिव ने यात्रा की स्थिति के संबंध में बैठक की
गुरुवार को केंद्रीय सचिव ने वर्चुअल माध्यम से चारधाम यात्रा की स्थिति के संबंध में बैठक की। उन्होंने मौके पर यात्रा प्रबंधन पर कड़ी निगरानी और पंजीकरण व टोकन सिस्टम का कड़ाई से अनुपालन कराने को कहा। बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि राज्य में चारधाम यात्रा सुचारू रूप से संचालित हो रही है। यात्रा में विशेष रूप से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश राजस्थान, गुजरात व महाराष्ट्र के पर्यटक आते हैं।
उनके मुख्य सचिवों को पत्र के माध्यम से और व्यक्तिगत रूप से भी बात कर अनुरोध किया गया है कि यात्री पंजीकरण के बाद ही चारधाम यात्रा पर आएं। यह भी बताया गया कि 31 मई तक चारधाम यात्रा के आफलाइन पंजीकरण पर रोक लगाई गई है। उन्होंने बताया कि पंजीकरण के लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड का 24 घंटे संचालित होने वाला काल सेंटर कार्य कर रहा है।
इस वर्ष गत वर्ष की तुलना में डेढ़ गुना से अधिक श्रद्धालु
पंजीकृत यात्रियों की बड़कोट, हीना, सोनप्रयाग व पांडुकेश्वर में जांच की जा रही है। मंदिरों के परिसर में पंक्ति में लगे श्रद्धालुओं के टोकन पर मुहर लगाकर धामों के दर्शनों की व्यवस्था की गई है। इस वर्ष गत वर्ष की तुलना में डेढ़ गुना से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। मुख्य सचिव ने परिवहन विभाग, पुलिस व स्वास्थ्य विभाग द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी भी दी।
बैठक में केंद्रीय गृह सचिव ने चारधाम यात्रा के सफल संचालन को हर संभव सहायता व सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक में पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार, सचिव शैलेश बगोली, सचिन कुर्वे, दिलीप जावलकर व अरविंद सिंह ह्यांकी भी उपस्थित थे।