दिन में लू के थपेड़े, देर शाम तक चल रही गर्म हवा ने दूनवासियों को खूब परेशान किया। रही सही कसर बिजली कटौती पूरी कर दे रही है। लोगों को न तो दिन में सुकून मिल रहा है। न रात को नींद ही पूरी हो पा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, गर्मी से फिलहाल राहत मिलने के आसार नहीं हैं। अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। यह सामान्य से सात डिग्री सेल्सियस अधिक है।
उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में गर्मी जमकर कहर बरपा रही है। आसमान से बरसती आग से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है और लू के थपेड़े भी बेहाल कर रहे हैं। गढ़वाल के पहाड़ी क्षेत्र भी तप रहे हैं और चटख धूप पसीने छुड़ा रही है। हालांकि, कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा दर्ज की जा रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में फिलहाल गर्मी से राहत के आसार कम हैं। आज देहरादून में मौसम शुष्क रहने से लेकर आंशिक बादल छाये रह सकते हैं। रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा और चंपावत में हल्की से मध्यम वर्षा होने की उम्मीद है। अन्य जिलों में तापमान सामान्य से अधिक बना रहेगा।
छांव में भी राहत नहीं
देहरादून में बुधवार को गर्मी का आलम यह रहा कि पेड़ों के नीचे और छांव में राहत नहीं मिली। लोग ठंडक की तलाश में भटकते रहे। लू के थपेड़े घर से बाहर निकले लोगों को परेशान करते रहे। सुबह आठ बजे के बाद यही स्थिति रही। देर शाम तक भी इससे राहत नहीं मिली। पसीने से तरबतर लोग ठंडक की आस में आइसक्रीम और शीतल पेय पदार्थों का सेवन करते रहे।
पानी वाले पर्यटक स्थलों पर रही भीड़
शहर के पास लच्छीवाला, गुच्चूपानी के अलावा मसूरी के कैंपटीफाल में दिनभर पर्यटक नहाते रहे। इससे गर्मी से तो राहत मिली, मगर पानी से बाहर निकलते ही फिर से पसीने-पसीने हो गए। वहीं मसूरी की माल रोड पर शाम के समय लोग चहलकदमी करते दिखाई दिए। हालांकि दिन में सीधी धूप के कारण कम संख्या में ही पर्यटक सड़कों पर दिखाई दिए।