दून आइएसबीटी में बस के अंदर नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म के मामले की विस्तृत विवेचना के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह ने एसआइटी गठित कर दी है। एसपी सिटी प्रमोद कुमार की देखरेख में दो सीओ, दो निरीक्षक, दो महिला दारोगा और एक फील्ड यूनिट के दारोगा को एसआइटी में शामिल किया गया है। एसआइटी पूरी घटना की जमीनी स्तर पर जांच कर पूरी रिपोर्ट तैयार करेगी। एसआइटी दिल्ली से लेकर देहरादून तक पूरे रूट की फुटेज भी खंगालेगी।
12 अगस्त की देर रात दिल्ली से देहरादून पहुंची किशोरी के साथ पांच आरोपियों ने आइएसबीटी में बस के अंदर सामूहिक दुष्कर्म किया था। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की काउंसलिंग के बाद 17 अगस्त को यह मामला पुलिस के पास पहुंचा। 18 अगस्त को पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने इस मामले में आरोपित धर्मेंद्र कुमार निवासी ग्राम बंजारावाला ग्रांट, थाना बुग्गावाला (चालक), देवेंद्र निवासी चुड़ियाला, भगवानपुर हरिद्वार (परिचालक), रवि कुमार निवासी ग्राम सिला थाना नवाबगंज जिला फर्रुखाबाद (चालक), राजपाल राणा निवासी बंजारावाला ग्रांट थाना बुग्गावाला हरिद्वार (चालक) और राजेश कुमार सोनकर निवासी माजरा पटेलनगर (कैशियर) को गिरफ्तार कर लिया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि पुलिस जल्द साक्ष्यों को पुख्ता करने के लिए आरोपियों का कस्टडी रिमांड लेगी। उन्होंने बताया कि सामूहिक दुष्कर्म की घटना के प्रकरण की संवेदनशीलता व गंभीरता से विवेचना करने के लिए एसआइटी का गठन किया गया है।
एसआइटी की ओर से दिल्ली से दून तक बस चलने से लेकर बीच में ढाबा आदि में रुकने और आइएसबीटी तक की फुटेज लेने के लिए सर्विलास टीम लगाई गई है। पूरे रूट की फुटेज मिलने पर काफी साक्ष्य हाथ लगने की संभावना है। उन्होंने बताया कि एसआइटी में नियुक्त सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि मुकदमे के सभी पहलुओं पर गहन विवेचना कर घटना में शामिल सभी आरोपियों के विरुद्ध साक्ष्यों को एकत्र किया जाए। साथ ही साक्ष्यों के आधार पर न्यायालय में भी आरोपियों के विरुद्ध ठोस पैरवी सुनिश्चित की जाए। एसएसपी स्वयं नियमित रूप से एसआइटी की ओर से की जा रही है कार्रवाई की प्रतिदिन समीक्षा करेंगे।