पदोन्नति पाने वाले निरीक्षकों में सकर्तका मुख्यालय में तैनात तुषार बोरा, जीआरपी हरिद्वार में तैनात त्रिवेंद्र सिंह राणा, हरिद्वार जिले में तैनात महेश कुमार लखेड़ा, टिहरी गढ़वाल में तैनात शिशुपाल सिंह नेगी, रुद्रप्रयाग में तैनात महेश जोशी, उधमसिंहनगर में तैनात प्रतिमा भट्ट, मुख्यालय में तैनात नवीन चंद्र सेमवाल, एटीसी हरिद्वार में तैनात संजय चौहान, सीआइडी हल्द्वानी में तैनात संजय कुमार पांडेय, उधमसिंहनगर में तैनात जीतो कंबोज, उत्तरकाशी में तैनात मदन सिंह बिष्ट, चमोली में तैनात राजेंद्र सिंह रावत, नैनीताल में तैनात दौलत राम, चंपावत में तैनात गोविंद बल्लभ जोशी, अल्मोड़ा में तैनात नारायण सिंह शामिल हैं।
पदोन्नति पाने वालों में 16 नागरिक पुलिस, चार अभिसूचना और आठ पीएसी व प्रतिसार निरीक्षक शामिल
वहीं अल्मोड़ा में तैनात अजय लाल शाह, पिथौरागढ़ में तैनात संजीव तिवारी, अभिसूचना मुख्यालय में तैनात गोपाल दत्त जोशी, देहरादून में तैनात मनोज असवाल, विशेष शाखा हरिद्वार में तैनात देवेंद्र सिंह नेगी, देहरादून में तैनात रविकांत सेमवाल, हरिद्वार में तैनात जगदीश चंद्र पंत, पौड़ी गढ़वाल में तैनात जनक सिंह पंवार, रुद्रप्रयाग में तैनात विकास पुंडीर, हरिद्वार में तैनात सुशील रावत, 40 पीएसी में विपेंद्र सिंह, पुलिस मुख्यालय में मनीष कुमार असवाल व 46 पीएसी में तैनात राकेश बिष्ट शामिल हैं।
जल्द निरीक्षक पदों पर भी हो सकती है पदोन्नति
पुलिस उपाधीक्षक बने 28 निरीक्षकों के बाद अब जल्द ही निरीक्षक पदों पर भी पदोन्नति हो सकती है। पदोन्नति की लाइन में वर्ष 2002, 2007 व 2008 के दारोगा शामिल हैं। दारोगा से निरीक्षक पदों पर पदोन्नत को लेकर विभाग पूर्व में ही पूरा होमवर्क कर चुका है। आपत्ति की औपचारिकताएं पूरी हो चुकी है, उसके बाद सीआर भरने के बाद पदोन्नत प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
फर्जी वेबसाइट चलाने पर मुकदमा
फर्जी वेबसाइट चलाने पर राजपुर थाना पुलिस ने स्पेशल टास्क फोर्स की जांच के बाद अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस को दी तरहीर में उदित हांडा सीईओ, सिनोटेक टेक्नालोजी साल्यूशन सहस्त्रधारा रोड, दून आईटी पार्क ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने सिनोटेक टेक्नालोजी साल्यूशन नाम से फर्जी वेबसाइट बनाई है। इस वेबसाइट पर उनकी कंपनी को सिनोटेक टेक्नालोजी साल्यूशन एंटीवायरस के रूप में दर्शाया गया है, जोकि पूरी तरह से गलत है।
उनकी कंपनी कभी भी एंटीवायरस डोमेन में सक्रिय नहीं रही है और न ही वर्तमान में है। यह वेबसाइट एक फर्जी है। थानाध्यक्ष राजपुर पीडी भट्ट ने बताया कि इस मामले में अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।