उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के अधिकारियों की मानें तो प्रमोद के कुछ दोस्त सेना में हैं, जिनकी तैनाती देहरादून में ही है। वह उनके माध्यम से आर्मी क्षेत्र में घूमता रहता था। उसने अपनी इंटरनेट सभी प्रोफाइल में सैन्य अधिकारी की फोटो लगाई है।
सेना की वर्दी पहनकर घर जाता था प्रमोद
प्रमोद कुमार जब भी अपने घर जाता था तो सेना की वर्दी में होता था। ऐसे में सभी को यह विश्वास था कि प्रमोद कुमार सेना में अधिकारी है। आरोपित ने शादी भी सेना के अधिकारी की बेटी से की। इस समय उसकी एक बेटी भी है। परिवार का खर्चा भी वही उठाता था। ऐसे में उसने अपनी जान-पहचान वालों को सेना में भर्ती का झांसा देकर ठगी करनी शुरू कर दी। अधिकतर ठगी के शिकार सहारनपुर व आसपास क्षेत्र के रहने वाले हैं।
भर्ती होने के लिए दोबारा कर रहा था 10वीं
पुलिस के अनुसार, आरोपित ने 2018 में प्रमोद कुमार नाम से 10वीं की थी। सत्यापन में गड़बड़ी होने के चलते जब नियुक्ति नहीं हो पाई तो अब नाम बदलकर व उम्र कम करके दोबारा 10वीं कर रहा था, ताकि दोबारा भर्ती हो सके। आरोपित की गिरफ्तारी के बाद अब एसटीएफ व आर्मी इंटेलीजेंस उसके आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटा रही है। ठगी की घटना को अंजाम देने में अन्य व्यक्तियों का हाथ होने की भी संभावना जताई जा रही है।
