मुखानी (नैनीताल), 26 सितंबर।
पथरी का मामूली ऑपरेशन एक युवक की जान ले गया। देवलचौड़ निवासी ललित मोहन की एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। ऑपरेशन के कुछ ही घंटों बाद हालत बिगड़ने पर युवक को दूसरे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया और डॉक्टरों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया।
परिजनों के अनुसार ललित मोहन को 24 सितंबर की सुबह पथरी की शिकायत के चलते मुखानी क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। सुबह 8 बजे के करीब भर्ती के बाद डॉक्टरों ने सभी जांचें कीं और दोपहर करीब 1 बजे ऑपरेशन शुरू किया गया।
ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने परिजनों को बताया कि प्रक्रिया सफल रही है और ललित की हालत ठीक है। लेकिन कुछ ही घंटों में परिस्थिति पलट गई। शाम 4 बजे अस्पताल प्रशासन ने परिजनों को जानकारी दी कि ललित को सांस लेने में दिक्कत हो रही है और उसे तुरंत दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करना होगा।
जल्दबाज़ी में परिजन उसे पास के एक अन्य अस्पताल ले गए, लेकिन वहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद गुस्साए परिजन ललित का शव वापस उसी निजी अस्पताल ले आए जहां ऑपरेशन हुआ था और वहां लापरवाही के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
हंगामे की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना के बाद से निजी अस्पताल प्रबंधन पूरी तरह चुप्पी साधे हुए है। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही और समय पर सही इलाज न मिलने की वजह से ललित की जान गई।
पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का खुलासा हो पाएगा। फिलहाल परिजनों की शिकायत पर जांच शुरू कर दी गई है।
