ज्यादातर घरो में इस्तेमाल होने वाला कढ़ी पत्ता हमारे भारतीय खाने का एक अहम हिस्सा है। भारत में कढ़ी पत्ते को लंबे समय से सिर्फ रसोई तक ही सीमित नहीं रखा गया है, बल्कि इसका इस्तेमाल घरेलू नुस्खों में भी किया जाता रहा है। ये पौधा आसानी से बगीचे या गमले में भी लगाया जा सकता है, इसलिए कई लोग इसे अपने घर में ही उगाते हैं। आज के समय में कढ़ी पत्ता किसी वरदान से कम नहीं है। ये हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और इसे खाने से हार्ट अटैक का खतरा भी कम होता है। आइए जानते हैं कैसे-
क्या हैं कढ़ी पत्ता के फायदे
- दिल को रखे हेल्दी
- ब्लड प्रेशर को बनाए संतुलित
- दिल की मांसपेशियों को मजबूत बनाए
- ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से दिल की सुरक्षा करे
- हार्ट रेट को नॉर्मल रखने में मददगार
- डाइजेशन को बनाए बेहतर
- बालों के लिए भी फायदेमंद
- डायबिटीज कंट्रोल करने में मददगार
कैसे करें डाइट में शामिल?
- तड़के में इस्तेमाल करें।
- चटनी बनाकर खाएं।
- पाउडर बनाकर रखें दही, रायता या सलाद पर छिड़कें।
- जूस या स्मूदी में मिलाएं।
- अदरक या तुलसी की चाय बनाते समय कुछ कढ़ी पत्ते डालें, ये स्वाद और सेहत दोनों बढ़ाता है।
- सीधा चबाकर खाएं।
- सूप और दलिया में मिलाएं।
कैसे कम करता है कोलेस्ट्रॉल?
आपको बता दें कि कढ़ी पत्ते में कई तरह के जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स, फाइबर और अल्कलॉइड्स शरीर में अच्छे और खराब कोलेस्ट्रॉल के बीच संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं। यही वजह है कि ये दिल और नसों की सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। कढ़ी पत्ता लिवर को भी साफ रखने का काम करता है। जब लिवर ठीक से काम करता है, तो शरीर में चर्बी जल्दी जमा नहीं होती और खून की नसें भी ज्यादा हेल्दी रहती हैं।
नसों को कैसे रखता है साफ?
अगर नियमित रूप से कढ़ी पत्ता खाना शुरू कर दिया जाए तो इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। ये नसों की दीवारों पर जमी एक्सट्रा चर्बी को कम करने में मदद करता है। साथ ही इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण नसों को मजबूत बनाते हैं और हार्ट अटैक या स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा कम करने में मदद कर सकते हैं।n
