देश के विभिन्न हिस्सों से सड़क हादसों की लगातार दर्दनाक खबरें आ रही हैं। राजस्थान, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में हुए हादसों ने कई परिवारों की खुशियों को छीन लिया।
जयपुर, राजस्थान – सोमवार को एक डंपर ने 17 वाहनों को टक्कर मारी। हादसे में 12 लोगों की मौत और 18 से ज्यादा लोग घायल हुए। जयपुर कलेक्टर ने चेताया कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
कुरनूल, आंध्र प्रदेश – हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही बस में आग लगने से 20 लोगों की मौत हो गई। जांच में पता चला कि बस के नीचे फंसी मोटरसाइकिल से आग लगी थी।
जयपुर, राजस्थान – एक प्राइवेट स्लीपर बस आग की चपेट में आई। हादसे में 2 लोगों की मौत और 10 लोग घायल हुए। बस उत्तर प्रदेश के मजदूरों को ईंट भट्ठे में ले जा रही थी।
रंगारेड्डी, तेलंगाना – TSRTC की बस गिट्टी से भरे डंपर से टकराई। इस हादसे में 20 लोग मरे, जिनमें एक 10 महीने का बच्चा भी शामिल है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इन हादसों के मुख्य कारण ओवरस्पीडिंग, लापरवाह ड्राइविंग, वाहन खराबी और सड़क अवसंरचना की कमी हैं। हादसों का असर केवल मृतकों पर नहीं, बल्कि उनके परिवार और समाज पर भी गहरा पड़ता है।
सरकार और समाज को मिलकर सड़क सुरक्षा उपायों को कड़ाई से लागू करने की जरूरत है। यह समय है सतर्क होने और जीवन की सुरक्षा को प्राथमिकता देने का।
