लंदन, 10 नवंबर 2025: ब्रिटेन सरकार ने यूटॉन्ग कंपनी की इलेक्ट्रिक बसों की सुरक्षा जांच शुरू की है। यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि अधिकारियों को संदेह है कि चीनी कंपनी इन बसों को दूर से चालू या बंद कर सकती है, जिससे सार्वजनिक परिवहन को खतरा हो सकता है।
सरकार का कहना है कि परिवहन विभाग और नेशनल साइबर सिक्योरिटी सेंटर मिलकर यह पता लगा रहे हैं कि क्या यूटॉन्ग की बसों के कंट्रोल सिस्टम तक कंपनी की पहुँच हो सकती है। इस पहुँच का उपयोग सॉफ्टवेयर अपडेट और डायग्नोसिस के लिए किया जाता है।
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, नॉर्वे और डेनमार्क में हुई जांचों में पता चला कि यूटॉन्ग अपनी बसों को दूर से रोक या निष्क्रिय कर सकती है। इसी वजह से इन देशों ने सुरक्षा जांच शुरू की। ब्रिटेन में यूटॉन्ग ने लगभग 700 इलेक्ट्रिक बसें सप्लाई की हैं और कंपनी लंदन में डबल-डेकर बसें लाने की योजना बना रही है।
ब्रिटेन के परिवहन विभाग के प्रवक्ता ने कहा, “हम नॉर्वे और डेनमार्क के तकनीकी निष्कर्षों को समझ रहे हैं और किसी भी खतरे से निपटने के लिए सतर्क हैं।”
डेनमार्क की जांच में यह भी पाया गया कि बसों में सीक्रेट सिम कार्ड लगा है, जिसे निकालने से बसों को रिमोट से कंट्रोल नहीं किया जा सकता, लेकिन इससे बसों के अन्य महत्वपूर्ण सिस्टम भी प्रभावित हो सकते हैं।
यूटॉन्ग ने संडे टाइम्स को बयान दिया कि कंपनी हर देश के नियमों का पालन करती है। उन्होंने कहा कि बसों से जो डेटा लिया जाता है, वह केवल मेंटेनेंस और सुधार के लिए होता है और सभी डेटा एन्क्रिप्टेड हैं। बिना ग्राहक की अनुमति कोई भी डेटा नहीं देख सकता। कंपनी ने यह भी कहा कि वह यूरोपीय संघ के डेटा प्रोटेक्शन कानूनों का पूरा पालन करती है।
